जालंधर ः ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के औपचारिक मुलाकात हुई। डोकलाम विवाद के बाद हुई पहली बैठक में दोनों ही देश शांति की अपील करते हुए दिखे और आपसी सहयोग की बात भी हुई। बैठक में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने पंचशील सिद्धांत पर चलने की बात भी कही। वहीं बैठक के बाद विदेश सचिव एस जयशंकर ने मीडिया को संबोधित किया। उन्होंने मीडिया को विस्तार से बताया कि दोनों राष्ट्रध्यक्षों के बीच किस किस मुद्दे पर बातचीत हुई।
1. विदेश सचिव ने कहा कि दोनों देश जानते हैं कि पिछले कुछ महीनों में क्या हुआ, लेकिन उन मुद्दों को पीछे छोड़ दिया गया है और आगे ऐसा न हो इसकी कोशिश की जाएगी।
-
इस बात का ध्यान रखा जाएगा कि कुछ भी ऐसा न हो जिससे दोनों देशों में तनाव का माहौल बने।
-
सबसे महत्वपूर्ण दोनों देशों ने शांति की अपील की और इसे बॉर्डर पर भी अपनाया जाएगा।
-
आतंकवाद का मुद्दा सभी देशों के बीच ब्रिक्स बैठक में उठा, लेकिन चीन से इस पर कोई बातचीत नहीं हुई।
-
पी.एम. मोदी और जिनपिंग की मुलाकात के बाद विदेश मंत्रालय की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई। कॉन्फ्रेंस में विदेश सचिव एस जयशंकर ने कहा कि चीन से सकारात्मक बातचीत हुई है। साथ ही सबसे अहम बॉर्डर पर शांति बनाए रखने के लिए भी सहमति बनी है। विदेश सचिव ने बताया कि दोनों राष्ट्राध्यक्षों के बीच बड़े खुशनुमा माहौल में बातचीत हुई और कई मुद्दों पर सकारात्मक राय बनी।