Editor’s Pick

Ayushi Murder Case: Ayushi Secretly Meet Chhatrapal Gurjar, Became Infamous In Society Father Big Revealing – Ayushi Murder Case: लव मैरिज के बाद छत्रपाल गुर्जर से छिप-छिपकर मिलती थी आयुषी, पिता का सनसनीखेज खुलासा

मथुरा में यमुना एक्सप्रेसवे की सर्विस रोड पर ट्रॉली बैग में युवती का शव मिलने के मामले में पुलिस ने सोमवार को माता-पिता को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में पता चला कि पिता नितेश यादव ने आयुषी के प्रेम विवाह करने से नाराज होकर अपनी लाइसेंसी रिवॉल्वर से दो गोलियां मारकर उसकी हत्या की थी। वारदात में पत्नी ब्रजवाला भी शामिल रही। पुलिस दोनों आरोपियों से पूछताछ में जुटी है। इनकी निशानदेही पर पुलिस ने कार, हत्या में प्रयुक्त लाइसेंसी रिवाल्वर और आयुषी का मोबाइल फोन बरामद कर लिया है। नितेश यादव ने बताया कि आयुषी ने करीब एक साल पहले उन्हें बिना बताए अपने साथ पढ़ रहे छत्रपाल गुर्जर निवासी भरतपुर (राजस्थान) से आर्य समाज मंदिर में प्रेम विवाह किया था। वह उससे बार-बार छुपकर मिलती थी। मना करने पर भी वह नहीं मानी। इस कारण समाज में उनकी काफी बदनामी हो रही थी। आयुषी दिल्ली के देहली ग्लोबल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में बीसीए की छात्रा थी। 

पुलिस लाइन सभागार में कार्यवाहक एसएसपी मार्तंड प्रकाश सिंह ने बताया कि पिता नितेश ने 17 नवंबर की दोपहर 2 बजे मकान नंबर 2461, स्ट्रीट नंबर 65, ब्लॉक ई/2 मोलरबंद एक्सटेंशन, बदरपुर, नई दिल्ली में दो गोलियां मारकर बेटी की हत्या कर दी थी। 

इसके बाद दंपती अपनी कार में बेटी के शव को लाल रंग के ट्रॉली बैग में पैक करके 17 नवंबर की देर रात 3 बजे आगरा-दिल्ली हाईवे से वृंदावन होते हुए यमुना एक्सप्रेसवे पर पहुंचे। यहां पर कृषि अनुसंधान केंद्र के पास झाड़ियों में 18 नवंबर की सुबह 6.50 बजे ट्रॉली बैग को फेंकने के बाद एक्सप्रेसवे होकर वापस लौट गए। 

दंपती की कार 5 बजे हाईवे के कोटवन टोला प्लाजा और सुबह 7.10 बजे मांट टोल प्लाजा से जाते हुए सीसीटीवी में कैद हो गई। मालूम हो कि यह परिवार मूलरूप से जिला देवरिया, गांव सोनाड़ी, थाना भलुअनी का निवासी है।

 

आयुषी ने पास कर ली थी नीट की परीक्षा

बदरपुर के मोड़बंद एक्सटेंशन की गली नंबर 65 में रहने वाले नितेश यादव और ब्रजवाला का एक बेटा आयुष 11 में पढ़ रहा है। बेटी आयुषी दिल्ली ग्लोबल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से बीसीए कर रही थी। उसका 2020-2023 का बैच था। 




Source link

Related Articles

Back to top button