Delhi-ncr Air May Reach Very Poor Category From Today – Poor Air : आज से बेहद खराब श्रेणी में पहुंच सकती है दिल्ली-एनसीआर की हवा, गिरा हुआ पारा करेगा परेशान
मौसमी परिस्थितियों में बदलाव की वजह से शुक्रवार को दिल्ली-एनसीआर की हवा बेहद खराब श्रेणी में पहुंच सकती है। वायु मानक एजेंसियों का पूर्वानुमान है कि मिक्सिंग हाइट, वेंटिलेशन इंडेक्स और हवा की रफ्तार कम होने की वजह से प्रदूषकों को जमने में मदद मिलेगी। लुढ़का हुआ पारा भी प्रदूषण बढ़ने के लिए महत्वपूर्ण कारक होगा। बीते 24 घंटे में दिल्ली की हवा खराब तो एनसीआर के शहरों की हवा औसत श्रेणी में दर्ज की गई है।
केंद्र की वायु मानक संस्था सफर इंडिया के मुताबिक, बीते 24 घंटे में उत्तर भारत में पराली जलने की वजह से दिल्ली-एनसीआर के प्रदूषण में पराली के धुएं की हिस्सेदारी सिर्फ दो फीसदी रही। ऐसे में प्रदूषण का स्तर नहीं बढ़ा। भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के मुताबिक, पंजाब में 66 जगहों पर पराली जलने की घटनाएं रिकॉर्ड की गई हैं।
वहीं, हरियाणा में 32, उत्तरप्रदेश में 195, मध्यप्रदेश में 299 और राजस्थान में 14 जगहों पर पराली जलाई गई हैं। इसके साथ ही कई दिनों बाद दिल्ली में भी एक स्थान पर पराली जलने की घटना रिकॉर्ड हुई है। पीएम 2.5 से छोटे कणों की पीएम 10 में 51 फीसदी हिस्सेदारी रही। पीएम 10 का स्तर 152 व पीएम 2.5 का स्तर 81 माइक्रोग्राम प्रतिघन मीटर रिकॉर्ड किया गया।
आज से घटेगा मिक्सिंग हाइट और वेंटिलेशन इंडेक्स भारतीय उष्णदेशीय मौसम विज्ञान संस्थान(आईआईटीएम) के मुताबिक, बीते 24 घंटे में हवा की दिशा पश्चिम व उत्तर-पश्चिम रहने के साथ रफ्तार 12 से 16 किलोमीटर प्रतिघंटा रही। इसके साथ ही मिक्सिंग हाइट एक हजार मीटर व वेंटिलेशन इंडेक्स 5500 वर्ग मीटर प्रति सेकेंड रहा। विभाग का पूर्वानुमान है कि शुक्रवार से मिक्सिंग हाइट और वेंटिलेशन इंडेक्स के साथ हवा की रफ्तार भी कम हो सकती है। अगले 24 घंटे में मिक्सिंग हाइट 970 मीटर व वेंटिलेशन इंडेक्स 1700 वर्ग मीटर प्रति सेकेंड व हवा की रफ्तार छह से 15 किलोमीटर प्रतिघंटा रह सकती है।
विभाग के मुताबिक, रविवार को मिक्सिंग हाइट एक हजार मीटर व वेंटिलेशन इंडेक्स पांच हजार वर्ग मीटर प्रति सेकेंड रहने की संभावना है। वहीं, हवा की रफ्तार छह किलोमीटर प्रतिघंटा तक रह सकती है। वेंटिलेशन इंडेक्स छह हजार वर्ग मीटर प्रति सेकेंड से कम व हवा की रफ्तार 10 किलोमीटर प्रतिघंटा से कम होने पर प्रदूषकों को जमनेे में मदद मिलती है।
दिल्ली-एनसीआर में एक्यूआई…
दिल्ली- 213
फरीदाबाद- 209
गाजियाबाद- 166
ग्रेटर नोएडा- 197
गुरुग्राम- 216
नोएडा- 169
मौसम में बदलाव के साथ ही दिल्ली मसूरी समेत अन्य पहाड़ी इलाकों से भी सर्द हो गई है। बीते 24 घंटे में दिल्ली का न्यूनतम तापमान 8.4 डिग्री सेल्सियस रहा, जो कि सामान्य से तीन कम दर्ज किया गया है। वहीं, मसूरी का न्यूनतम तापमान 10.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ है। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि अगले 24 घंटे में भी सुबह-शाम सर्द हवाओं के साथ सर्दी बढ़ेगी।
मौसम विभाग के मुताबिक, बीते 24 घंटे में नैनीताल का न्यूनतम तापमान दिल्ली से अधिक 9.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, देहरादून में 9.8 डिग्री न्यूनतम तापमान दर्ज हुआ है। दिल्ली का अधिकतम तापमान सामान्य से एक अधिक 27.4 डिग्री सेल्सियस रहा। हवा में नमी का स्तर 33 से 90 फीसदी रहा। सुबह धुंध छाई रही व दिनभर धूप निकलने के बाद भी हल्की सर्दी महसूस की गई। सूरज ढलने के बाद शाम को सर्दी का अहसास बढ़ गया था। सर्दी का अहसास बढ़ने के साथ दिल्ली-एनसीआर में लोगों ने अब सुबह-शाम गर्म कपड़े पहनना शुरू कर दिए हैं।
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि इन दिनों पहाड़ों पर बर्फबारी का दौर बन रहा है। ऐसे में बर्फबारी का दौर थमने के बाद दिल्ली-एनसीआर में पहाड़ी दिशा से आने वाली सर्द हवाएं ठिठुरन बढ़ाएंगी। विशेषज्ञों का कहना है कि सप्ताह के अंत तक न्यूनतम और अधिकतम तापमान में तेजी से कमी आने की संभावना है। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि अगले 24 घंटे में सुबह धुंध छाई रहने के साथ अधिकतम तापमान 27 व न्यूनतम तापमान आठ डिग्री दर्ज किया जा सकता है।
विस्तार
मौसमी परिस्थितियों में बदलाव की वजह से शुक्रवार को दिल्ली-एनसीआर की हवा बेहद खराब श्रेणी में पहुंच सकती है। वायु मानक एजेंसियों का पूर्वानुमान है कि मिक्सिंग हाइट, वेंटिलेशन इंडेक्स और हवा की रफ्तार कम होने की वजह से प्रदूषकों को जमने में मदद मिलेगी। लुढ़का हुआ पारा भी प्रदूषण बढ़ने के लिए महत्वपूर्ण कारक होगा। बीते 24 घंटे में दिल्ली की हवा खराब तो एनसीआर के शहरों की हवा औसत श्रेणी में दर्ज की गई है।
केंद्र की वायु मानक संस्था सफर इंडिया के मुताबिक, बीते 24 घंटे में उत्तर भारत में पराली जलने की वजह से दिल्ली-एनसीआर के प्रदूषण में पराली के धुएं की हिस्सेदारी सिर्फ दो फीसदी रही। ऐसे में प्रदूषण का स्तर नहीं बढ़ा। भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के मुताबिक, पंजाब में 66 जगहों पर पराली जलने की घटनाएं रिकॉर्ड की गई हैं।
वहीं, हरियाणा में 32, उत्तरप्रदेश में 195, मध्यप्रदेश में 299 और राजस्थान में 14 जगहों पर पराली जलाई गई हैं। इसके साथ ही कई दिनों बाद दिल्ली में भी एक स्थान पर पराली जलने की घटना रिकॉर्ड हुई है। पीएम 2.5 से छोटे कणों की पीएम 10 में 51 फीसदी हिस्सेदारी रही। पीएम 10 का स्तर 152 व पीएम 2.5 का स्तर 81 माइक्रोग्राम प्रतिघन मीटर रिकॉर्ड किया गया।
आज से घटेगा मिक्सिंग हाइट और वेंटिलेशन इंडेक्स
भारतीय उष्णदेशीय मौसम विज्ञान संस्थान(आईआईटीएम) के मुताबिक, बीते 24 घंटे में हवा की दिशा पश्चिम व उत्तर-पश्चिम रहने के साथ रफ्तार 12 से 16 किलोमीटर प्रतिघंटा रही। इसके साथ ही मिक्सिंग हाइट एक हजार मीटर व वेंटिलेशन इंडेक्स 5500 वर्ग मीटर प्रति सेकेंड रहा। विभाग का पूर्वानुमान है कि शुक्रवार से मिक्सिंग हाइट और वेंटिलेशन इंडेक्स के साथ हवा की रफ्तार भी कम हो सकती है। अगले 24 घंटे में मिक्सिंग हाइट 970 मीटर व वेंटिलेशन इंडेक्स 1700 वर्ग मीटर प्रति सेकेंड व हवा की रफ्तार छह से 15 किलोमीटर प्रतिघंटा रह सकती है।
विभाग के मुताबिक, रविवार को मिक्सिंग हाइट एक हजार मीटर व वेंटिलेशन इंडेक्स पांच हजार वर्ग मीटर प्रति सेकेंड रहने की संभावना है। वहीं, हवा की रफ्तार छह किलोमीटर प्रतिघंटा तक रह सकती है। वेंटिलेशन इंडेक्स छह हजार वर्ग मीटर प्रति सेकेंड से कम व हवा की रफ्तार 10 किलोमीटर प्रतिघंटा से कम होने पर प्रदूषकों को जमनेे में मदद मिलती है।