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Home Minister Amit Shah Has Assured Probe By Central Agency Into Firing By Assam Police Meghalaya Cm – असम-मेघालय बॉर्डर हिंसा: अमित शाह ने दिया जांच कराने का भरोसा, शिलॉन्ग में प्रदर्शन के बीच झड़प, आगजनी

सीएम कोनराड संगमा
– फोटो : एएनआई (फाइल फोटो)

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असम-मेघालय का सीमा विवाद अभी खत्म नहीं हुआ। गुरुवार को मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा ने कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने उन्हें आश्वासन दिया है कि वह राज्यों की सीमा पर असम पुलिस द्वारा की गई फायरिंग की घटना की केंद्रीय एजेंसी से जांच कराएंगे। दूसरी ओर, हिंसा के खिलाफ राजधानी शिलॉन्ग में गुरुवार को कैंडल मार्च निकालकर विरोध प्रदर्शन किया गया। लेकिन प्रदर्शन के दौरान कुछ बदमाशों ने सिटी बस सहित पुलिस वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया। पुलिस पर पेट्रोल बम फेंके गए। 

संगमा ने यहां संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि शाह के साथ मुलाकात के दौरान उन्होंने फायरिंग में मारे गए लोगों के लिए न्याय की मांग की। उन्होंने बताया कि उन्होंने घटना के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। मुख्यमंत्री संगमा ने जोर देकर कहा कि असम पुलिस के कर्मियों ने मेघालय में पश्चिम जयंतिया हिल्स के मुकरोह गांव में निर्दोष लोगों पर गोली चलाई। 
 

फायरिंग में हो गई थी छह लोगों की मौत
असम-मेघालय सीमा पर मंगलवार की सुबह हुई हिंसा में एक वन रक्षक सहित छह लोगों की मौत हो गई थी। असम के वन कर्मियों द्वारा अवैध रूप से काटी गई लकड़ियों से लदे एक ट्रक को रोका गया था। 
 

गृहमंत्री शाह ने कहा- दोषियों को सजा मिलेगी
मुख्यमंत्री ने बताया उन्होंने केंद्र से असम के साथ चल रहे सीमा विवाद में हस्तक्षेप करने का भी अनुरोध किया ताकि दोनों राज्यों के बीच संवाद और विश्वास में सुधार हो सके। उन्होंने हा, गृहमंत्री अमित शाह ने आश्वासन दिया है कि वह आज ही सीमा पर गोलीबारी की जांच के हमारे अनुरोध पर कार्रवाई करेंगे। उन्होंने (शाह) कहा कि दोषियों को सजा मिलेगी लेकिन में इस समय शांति बनाए रखनी चाहिए। शाह के साथ बैठक में संगमा के कैबिनेट सहयोगी भी थे। 
 

संघर्ष स्थल के आसपास धारा-144 लागू
इस बीच असम-मेघालय सीमा पर स्थित तनावपूर्ण लेकिन शांतिपूर्ण बनी हुई है। इलाके में बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। संघर्ष स्थल और आसपास के इलाकों में सीआरपीसी की धारा-144 के तहत प्रतिबंध भी लगाया गया है। 

 

48 घंटे और बंद रहेंगी इंटरनेट और डेटा सेवाएं
उधर, मेघालय सरकार ने सात जिलों में इंटरनेट और डेटा सेवाओं के निलंबन को 48 घंटे के लिए बढ़ा दिया है। पुलिस का कहना है कि 22 नवंबर को असम-मेघालय सीमा पर हुई हिंसा के विरोध में कुछ समूह द्वारा बुलाए कैंडल मार्च निकाला गया। इस दौरान बदमाशों ने एक ट्रैफिक बूथ को आग लगा दी और सिटी बस सहित पुलिस वाहनों पर हमला कर दिया। 

 

बदमाशों ने पुलिस वाहनों को किया क्षतिग्रस्त
शिलांग के पूर्वी खासी हिल्स के एसपी ने कहा, बदमाशों ने हमले में सिटी बस समेत तीन पुलिस वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। उन्होंने शहर में एक ट्रैफिक बूथ को आग लगा दी और पुलिस बल पर पेट्रोल बम फेंके। 

विस्तार

असम-मेघालय का सीमा विवाद अभी खत्म नहीं हुआ। गुरुवार को मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा ने कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने उन्हें आश्वासन दिया है कि वह राज्यों की सीमा पर असम पुलिस द्वारा की गई फायरिंग की घटना की केंद्रीय एजेंसी से जांच कराएंगे। दूसरी ओर, हिंसा के खिलाफ राजधानी शिलॉन्ग में गुरुवार को कैंडल मार्च निकालकर विरोध प्रदर्शन किया गया। लेकिन प्रदर्शन के दौरान कुछ बदमाशों ने सिटी बस सहित पुलिस वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया। पुलिस पर पेट्रोल बम फेंके गए। 

संगमा ने यहां संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि शाह के साथ मुलाकात के दौरान उन्होंने फायरिंग में मारे गए लोगों के लिए न्याय की मांग की। उन्होंने बताया कि उन्होंने घटना के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। मुख्यमंत्री संगमा ने जोर देकर कहा कि असम पुलिस के कर्मियों ने मेघालय में पश्चिम जयंतिया हिल्स के मुकरोह गांव में निर्दोष लोगों पर गोली चलाई। 

 




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