Editor’s Pick

Lakhimpur Kheri Thar Case Case Against 13 Accused Including Ashish Mishra For Killing Farmers – तिकुनिया हिंसा: आशीष मिश्रा समेत 13 आरोपियों पर आरोप तय, चलेगा किसानों की हत्या का केस

आशीष मिश्रा
– फोटो : Agency (File Photo)

ख़बर सुनें

लखीमपुर खीरी के तिकुनिया इलाके में हुई हिंसा के मामले में मुख्य आरोपी और केन्द्रीय गृहराज्य मंत्री अजय मिश्रा ‘टेनी’ के बेटे आशीष मिश्रा की मुश्किलें बढ़ गई हैं। आशीष मिश्रा समेत 13 आरोपियों पर किसानों की हत्या का केस चलेगा। मामले में 16 दिसंबर से मामले का ट्रायल शुरू होगा। 

उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के दौरे के विरोध में किसानों के प्रदर्शन के दौरान अक्टूबर, 2021 को हुई इस हिंसा में आठ लोगों की मौत हुई थी। पुलिस द्वारा दर्ज की गई प्राथमिकी के अनुसार, घटना में चार किसानों की एक एसयूवी से कुचल कर मौत हो गई थी, जिसमें आशीष मिश्रा बैठे हुए थे।

दुर्घटना के बाद गुस्से से भरे किसानों ने वाहन चालक और भाजपा के दो कार्यकर्ताओं की कथित रूप से पीट-पीट कर हत्या कर दी थी। कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों और विपक्षी दलों के प्रदर्शनों के बाद हुई हिंसा में एक पत्रकार की भी मौत हुई थी। हिंसा में मारे गए प्रदर्शनकारी केंद्र के उन तीन कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे, जिन्हें बाद में सरकार ने वापस ले लिया था।

विस्तार

लखीमपुर खीरी के तिकुनिया इलाके में हुई हिंसा के मामले में मुख्य आरोपी और केन्द्रीय गृहराज्य मंत्री अजय मिश्रा ‘टेनी’ के बेटे आशीष मिश्रा की मुश्किलें बढ़ गई हैं। आशीष मिश्रा समेत 13 आरोपियों पर किसानों की हत्या का केस चलेगा। मामले में 16 दिसंबर से मामले का ट्रायल शुरू होगा। 

उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के दौरे के विरोध में किसानों के प्रदर्शन के दौरान अक्टूबर, 2021 को हुई इस हिंसा में आठ लोगों की मौत हुई थी। पुलिस द्वारा दर्ज की गई प्राथमिकी के अनुसार, घटना में चार किसानों की एक एसयूवी से कुचल कर मौत हो गई थी, जिसमें आशीष मिश्रा बैठे हुए थे।

दुर्घटना के बाद गुस्से से भरे किसानों ने वाहन चालक और भाजपा के दो कार्यकर्ताओं की कथित रूप से पीट-पीट कर हत्या कर दी थी। कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों और विपक्षी दलों के प्रदर्शनों के बाद हुई हिंसा में एक पत्रकार की भी मौत हुई थी। हिंसा में मारे गए प्रदर्शनकारी केंद्र के उन तीन कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे, जिन्हें बाद में सरकार ने वापस ले लिया था।




Source link

Related Articles

Back to top button