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Now The Death Of The Farmer Who Arrived In Chhatarpur To Collect Fertilizers – Mp News: अब छतरपुर में खाद लेने पहुंचे किसान की मौत, डॉक्टरों ने हार्टअटैक बताई वजह

छतरपुर में खाद लेने गए किसान की मौत हो गई।
– फोटो : सोशल मीडिया

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मध्य प्रदेश में खाद की लाइन में लगे दूसरे किसान की मौत हुई है। छतरपुर जिले का युवक बुजुर्ग पिता के साथ खाद लेने के लिए सुबह से लाइन में लगा था। अचानक उसे सीने में तेज दर्द हुआ, बुजुर्ग पिता उसे अस्पताल ले गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बता दें कि कुछ दिनों पहले सीहोर जिले में एक किसान की खाद की लाइन में गिरकर मौत हो गई थी।

जानकारी के अनुसार मामला छतरपुर जिले की बिजावर कृषि मंडी का है। बताया जा रहा है कि गुलगंज थाना क्षेत्र के देवपुर बक्सवाहा का रहने वाला  40 वर्षीय किसान दयाराम अहिरवार गुरुवार सुबह खाद लेने बिजावर मंडी पहुंचा था। सुबह से दोपहर तक वह लाइन में लगा रहा। उसके साथ उसके 85 वर्षीय पिता झलुआ अहिरवार भी थे। दोपहर करीब 2:30 बजे अचानक दयाराम तो सीने में तेज दर्द हुआ। पिता उसे सामूहिक स्वास्थ्य केंद्र बिजावर लेकर पहुंचे, जहां माइनर हार्टअटैक की बात बताई गई। साथ ही छतरपुर ले जाने की सलाह दी गई। एंबुलेंस में दयाराम को छतरपुर ले जाया जा रहा था कि रास्ते में उसने दम तोड़ दिया। 

दयाराम के परिजनों ने बताया कि दयाराम की तबीयत ख़राब हुई तो वो पानी के लिए भागते टैंकर के पास गए तो वहां पर पानी नहीं था तो फिर हमने आसपास हैंडपंप देखा और हैंडपंप से पानी लाकर दिया लेकिन तब तक 15 मिनट हो गए थे जिस कारण दयाराम की तबीयत और ज़्यादा बिगड़ गई थी। 

मामले में एसडीएम राहुल सिलड़िया ने बताया कि आरोप लगाया जा रहा है कि खाद लेने के दौरान किसान के लाइन में लगने हार्ट अटक आने और पानी न मिल पाने के कारण तबीयत बिगड़ी और मौत हो गई। यह सरासर गलत है। दरअसल डॉक्टर ने ही बताया है कि उसकी मौत चेस्टपेन से हार्ट अटैक आने की वजह से हुई है। 

सिलड़िया ने बताया कि एक किसान खाद लेने आया हुआ था, जिसे चार बोरी खाद पहले ही मिल चुकी थी। उसने बोरियां ले जाने टैक्सी बुलवाई और टैक्सी में बोरियां रखवाते समय उसे कोई झटका लगा होगा। जिससे उसे चेस्टपैन हुआ और वह मंडी के चबूतरे पर ही बैठ गया। हालत खराब होने पर किसान को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बिजावर लेकर आए जहां डॉक्टरों ने उसका ट्रीटमेंट करते हुए इंजेक्शन दिया। डॉक्टर ने उसे हार्ट अटैक होने की बात कही थी और इसी से हार्ट अटैक से उसकी मौत हुई है। सिलड़िया ने बताया कि तत्काल सहायता राशि के रूप में पांच हजार रुपये अंत्येष्टि के लिए उपलब्ध कराए गए हैं। संभल पात्रता योजना में 4 लाख दिए जाएंगे। अभी किसान का परिवार गम में है। अंत्येष्टि के बाद किसान के बैंक डिटेल, बीमा वगैरह चेक किए जाएंगे। 

सीहोर में भी हुई थी मौत
सीहोर जिले के ग्राम ढाबला की सरकारी सोसायटी में ग्राम रामखेड़ी का रहने वाला किसान शिवनारायण मेवाड़ा खाद लेने गया था। सुबह 8 बजे से दोपहर ढाई बजे तक लाइन में लगकर वह अपनी बारी का इंतजार करता रहा। ढाई बजे उसे खाद की पर्ची मिली। तभी वो अचानक गिर गया। लोगों ने उठाने की कोशिश की, तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। पढ़ें पूरी खबर… 

विस्तार

मध्य प्रदेश में खाद की लाइन में लगे दूसरे किसान की मौत हुई है। छतरपुर जिले का युवक बुजुर्ग पिता के साथ खाद लेने के लिए सुबह से लाइन में लगा था। अचानक उसे सीने में तेज दर्द हुआ, बुजुर्ग पिता उसे अस्पताल ले गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बता दें कि कुछ दिनों पहले सीहोर जिले में एक किसान की खाद की लाइन में गिरकर मौत हो गई थी।

जानकारी के अनुसार मामला छतरपुर जिले की बिजावर कृषि मंडी का है। बताया जा रहा है कि गुलगंज थाना क्षेत्र के देवपुर बक्सवाहा का रहने वाला  40 वर्षीय किसान दयाराम अहिरवार गुरुवार सुबह खाद लेने बिजावर मंडी पहुंचा था। सुबह से दोपहर तक वह लाइन में लगा रहा। उसके साथ उसके 85 वर्षीय पिता झलुआ अहिरवार भी थे। दोपहर करीब 2:30 बजे अचानक दयाराम तो सीने में तेज दर्द हुआ। पिता उसे सामूहिक स्वास्थ्य केंद्र बिजावर लेकर पहुंचे, जहां माइनर हार्टअटैक की बात बताई गई। साथ ही छतरपुर ले जाने की सलाह दी गई। एंबुलेंस में दयाराम को छतरपुर ले जाया जा रहा था कि रास्ते में उसने दम तोड़ दिया। 

दयाराम के परिजनों ने बताया कि दयाराम की तबीयत ख़राब हुई तो वो पानी के लिए भागते टैंकर के पास गए तो वहां पर पानी नहीं था तो फिर हमने आसपास हैंडपंप देखा और हैंडपंप से पानी लाकर दिया लेकिन तब तक 15 मिनट हो गए थे जिस कारण दयाराम की तबीयत और ज़्यादा बिगड़ गई थी। 

मामले में एसडीएम राहुल सिलड़िया ने बताया कि आरोप लगाया जा रहा है कि खाद लेने के दौरान किसान के लाइन में लगने हार्ट अटक आने और पानी न मिल पाने के कारण तबीयत बिगड़ी और मौत हो गई। यह सरासर गलत है। दरअसल डॉक्टर ने ही बताया है कि उसकी मौत चेस्टपेन से हार्ट अटैक आने की वजह से हुई है। 

सिलड़िया ने बताया कि एक किसान खाद लेने आया हुआ था, जिसे चार बोरी खाद पहले ही मिल चुकी थी। उसने बोरियां ले जाने टैक्सी बुलवाई और टैक्सी में बोरियां रखवाते समय उसे कोई झटका लगा होगा। जिससे उसे चेस्टपैन हुआ और वह मंडी के चबूतरे पर ही बैठ गया। हालत खराब होने पर किसान को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बिजावर लेकर आए जहां डॉक्टरों ने उसका ट्रीटमेंट करते हुए इंजेक्शन दिया। डॉक्टर ने उसे हार्ट अटैक होने की बात कही थी और इसी से हार्ट अटैक से उसकी मौत हुई है। सिलड़िया ने बताया कि तत्काल सहायता राशि के रूप में पांच हजार रुपये अंत्येष्टि के लिए उपलब्ध कराए गए हैं। संभल पात्रता योजना में 4 लाख दिए जाएंगे। अभी किसान का परिवार गम में है। अंत्येष्टि के बाद किसान के बैंक डिटेल, बीमा वगैरह चेक किए जाएंगे। 

सीहोर में भी हुई थी मौत

सीहोर जिले के ग्राम ढाबला की सरकारी सोसायटी में ग्राम रामखेड़ी का रहने वाला किसान शिवनारायण मेवाड़ा खाद लेने गया था। सुबह 8 बजे से दोपहर ढाई बजे तक लाइन में लगकर वह अपनी बारी का इंतजार करता रहा। ढाई बजे उसे खाद की पर्ची मिली। तभी वो अचानक गिर गया। लोगों ने उठाने की कोशिश की, तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। पढ़ें पूरी खबर… 




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