The Speeding Car Fell Under The Bridge In Unnao And Got Stuck In The Rebar Net – गूगल मैप ने भटकाया, जाते-जाते बची जान: पुल के नीचे गिरी तेज रफ्तार कार, सरिया के जाल में फंसी, ऐसे बच पाई जान
उन्नाव जिले में पुरवा-अचलगंज मार्ग पर शुक्रवार रात आ रही तेज रफ्तार कार चपरी पुल के पास निर्माणाधीन शारदा नहर पुल के नीचे गिर गई। कार सरियों के लगे जाल में जा घुसी और बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। वहीं, कार चला रहा युवक बाल-बाल बच गया। घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने हाइड्रा की मदद से कार बाहर निकलवाई। हाथरस निवासी कन्हैया पुत्र रणधीर सिंह कार से बनारस गए थे। शुक्रवार रात वह घर लौट थे। रास्ते की जानकारी के लिए उन्होंने गूगल मैप का सहारा लिया। पहले रायबरेली से पुरवा पहुंचे। वहां से कानपुर की ओर जाने के लिए गूगल ने पुरवा-अचलगंज का मार्ग दिखा दिया। रात करीब 4:30 बजे वह इसी मार्ग से जा रहे थे। रास्ते की जानकारी न होने और रफ्तार तेज होने से कार अनियंत्रित होकर पुल निर्माण के लिए लगी सरियों के बंधे जाल के बीच में चली गई।
सीट बेल्ट लगी होने से कन्हैया बाल-बाल बच गए। जैसे तैसे वह कार से बाहर निकले। इसके बाद पुलिस को घटना की जानकारी दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने हाइड्रा मंगाकर कार को बाहर निकलवाया है। साथ ही, पुल पर संकेतांक लगवा रही है।
संकेतांक और डिवाइर न बनने से हो रही घटनाएं पुल का निर्माण पीडब्ल्यूडी विभाग करा रहा है। सिंचाई विभाग ने दिसंबर महीने तक पानी रोका है। इसी समयावधि में काम भी पूरा कराना है। इससे काम तेजी से चल रहा है। निर्माणाधीन पुल के दोनों ओर कोई संकेतांक या फिर डिवाइडर न होने से लगातार घटनाएं हो रही हैं।
चार जुलाई को हुई थी चचेरे भाईयों की मौत इसके पहले तीन जुलाई की रात कानपुर से लौटते समय इसी पुल के पास पुरवा निवासी आशीष बाजपेई की भी कार अनियंत्रित होकर नीचे गिर गई थी। उसमें आशीष और उनके चचेरे भाई विकास की मौत हो गई थी। विभागीय अधिकारियों ने संकेतांक बनाने के लिए कहा था, लेकिन अब तक न कोई चेतावनी बोर्ड लगाया गया और न स्पीड ब्रेकर ही बनाया गया।
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उन्नाव जिले में पुरवा-अचलगंज मार्ग पर शुक्रवार रात आ रही तेज रफ्तार कार चपरी पुल के पास निर्माणाधीन शारदा नहर पुल के नीचे गिर गई। कार सरियों के लगे जाल में जा घुसी और बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। वहीं, कार चला रहा युवक बाल-बाल बच गया।
घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने हाइड्रा की मदद से कार बाहर निकलवाई। हाथरस निवासी कन्हैया पुत्र रणधीर सिंह कार से बनारस गए थे। शुक्रवार रात वह घर लौट थे। रास्ते की जानकारी के लिए उन्होंने गूगल मैप का सहारा लिया। पहले रायबरेली से पुरवा पहुंचे।
वहां से कानपुर की ओर जाने के लिए गूगल ने पुरवा-अचलगंज का मार्ग दिखा दिया। रात करीब 4:30 बजे वह इसी मार्ग से जा रहे थे। रास्ते की जानकारी न होने और रफ्तार तेज होने से कार अनियंत्रित होकर पुल निर्माण के लिए लगी सरियों के बंधे जाल के बीच में चली गई।